आज का विचारएम्बुलेंस हो या बारात तुरंत उसे जाने का रास्ता दे|दोनों ही जिंदगी की जंग लड़ने जा रहे है...
तू बन जा मेरी कि इस कदर चाहूंगा तुझे
कि लोग दुआ करेंगे तुझसा नसीब पाने के लिए
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
.
कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है
जब हम गलत होते हैं,
तो समझौता चाहते हैं
और दूसरे गलत होते हैं...तो
हम न्याय चाहते हैं।
भूल होना प्रकृति है,
मान लेना संस्कृति है,
और सुधार लेना प्रगति है।
सुप्रभात