ये वक्त की नजाकत हैबदलते दौर की मजबूरी है।लड़के को पराठेऔरलड़की को कराटेसिखाना बहुत जरूरी है।आत्म -निर्भर बनो.
एक शमशान में लिखा था
'मृत्यु अटल है'
एक कांग्रेसी को बड़ा गुस्सा आया
उसने नीचे लिख दिया
ये संघ की चाल है।
मृत्यु न अटल है न आडवाणी है
हमारी मृत्यु तो RAHUL GANDHI है।
😂😂😂
अगर आपकी राह में छोटे छोटे पत्थर आये तो समझ लेना।।।
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।।।रोड का काम चल रहा हे।।।
��भंवरलाल ठेकेदार��
😄😄😄😄😄😄😄😄😄
मिर्ज़ा ग़ालिब:हमें तो अपनों ने लूटागैरो में कहाँ दम थाअपनी कश्ती वहां डूबीजहां पानी कम थाग़ालिब की पत्नी:तुम तो थे ही गधेतुम्हारे भेजे में कहाँ दम थावहां कश्ती लेकर गए ही क्योंजहाँ पानी कम था!!