हमारी आंखों के अंदर ऐसी शक्ति पाई जाती है जो धूल मिट्टी को बड़ी ही आसानी से छान सकती है।
हमारी आंखें 576 मेगापिक्सल की होती हैं।
हमारी आंखों का रंग मेलालिन पर निर्भर करता है ।
कुत्तों को लाल रंग और हरे रंग में अंतर पता नहीं चलता है।
गिरगिट एक ही समय पर दो अलग-अलग दिशाओं में देख सकता है।
हर 5 महीने के बाद हमारी पलकें नई आ जाती हैं।
जब तक बच्चा लगभग 1 महीने का नहीं हो जाता तब तक वह केवल रोने की आवाज करता है लेकिन उसकी आंखों से आंसू नहीं निकलते।
हमारी आंखें इस हिसाब से बनी हुई है कि अंधेरे और रोशनी के हिसाब से वह खुद को एडजस्ट कर लेते हैं।
हमारी आंखें लगभग 1 मिनट में 17 बार झपकती हैं।
जब हम किसी से बात कर रहे होते हैं तो हमारी पलकें ज्यादा झपकती हैं।
हमारी आंखों में पाए जाने वाले कॉर्निया को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है।
कॉर्निया में खून नही पाया जाता है।
कंप्यूटर पर या फिर कागज पर जब हम कुछ पढ़ रहे होते हैं तो हमारी आंखें ज्यादा थक जाती हैं क्योंकि उस समय पर हमारी पलकें कम झपकती हैं।
हर इंसान अपनी आंखों से केवल तीन ही रंग देख पाता है, नीला ,लाल और हरा, बाकी के रंग इन्ही तीन रंगों से मिलकर बनते हैं।
हमारा आधे से अधिक दिमाग (लगभग 65%) आंखों को ही केवल संभालने में लगा रहता है।
हमारी आँखों मे 13 करोड़ rod ओर 70 करोड़ cone cell पाए जाते है, जिनमे केवल 2 cell की वजह से हम आखो से देख पाते है।
Rod cell की सहायता से ही अंधेरे में देख पाते हैं।
अगर हमारी आंखों के शीशे पर थोड़ी सी स्क्रीन लग जाए तो हमारी आंखों 48 घंटे के अंदर उसे ठीक कर लेती है।
जिनकी आंखों का रंग नीला होता है उनके अंदर मेलालिन ज्यादा पाया जाता है।
ऐसा देखा गया है कि कुछ लोगों की दोनों आंखों का रंग अलग अलग होता है इसे “Hererochromia” कहा जाता है।
जब इंसान को पास का नहीं दिखाई देता है तो उनकी आंखों के गोले बड़े हो जाते हैं और जब उनको दूर का दिखाई नहीं देता है तो उनके गोले छोटे हो जाते हैं।
जिन लोगों की आंखों का रंग नीला होता है वह लोग सूर्य की चमक को बाकी लोगों के मुकाबले कम सहन पाते हैं।
एक नवजात बच्चा केवल 15 इंच की दूरी तक ही देख पाता है।
जन्म से लेकर मृत्यु तक हमारी आंखों का एक ही साइज रहता है यह कभी घटता बढ़ता नहीं है।
दिमाग के बाद हमारे शरीर का यह दूसरा सबसे जटिल अंग है।
आंसू नाक के रास्ते रिसने लगते हैं इसी वजह से रोने पर हमारी नाक बहने लगती है।
अगर कोई औरत सेक्स के दौरान अपनी आंखे बंद कर लेती है तो इसका मतलब वह सेक्स का पूरा मजा ले रही है।
एक सपाट धरती पर पूरा अंधेरा कर दिया जाए और फिर एक मोमबत्ती जला दिया जाए तो उस मोमबत्ती की लौ को हमारी आंखें 48 किलोमीटर दूर से भी देख सकती है।
इंसान की नजर से 4 से 5 गुना ज्यादा तेज बाज की नजर होती है।
कई बार हमारी फोटो में आंखें लाल आ जाती हैं क्योंकि फ्लैश को रेटिना के रक्त वाहिकाएं रिफ्लेक्ट कर देती हैं।
हैरान कर देने वाली चीजों को देखते ही हमारी आंखों की पुतलियों का साइज लगभग 45% बड़ा हो जाता है।