इसरो के पास दो सबसे प्रमुख रॉकेट (PSLV और GSLV ) है। इन्ही रॉकेटको उपग्रह पर भेजा जाता है।
इसरो चंद्रयान-1 की वजह से ही चाँद पर पानी खोजने में कामयाब रहा है।
नासा की इंटरनेट स्पीड 91GBps है और इसरो की इंटरनेट स्पीड 2GBps है।
अगर बात इसरो के तरक्की की करे तो आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है। कि अपने पहले प्रयास में मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला एकमात्र देश है। जबकि अमेरिका 5 बार, सेवियत संघ 8 बार, और चीन, रूस भी अपने पहले प्रयास में असफल रहे थे।
इसरो का पहला सिद्धांत: मानव जाति की सेवा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी।
इसरो ने जितना 40 साल में खर्च करती हैं, उतना नासा एक ही साल में खर्च करती है।
ISRO का Full From है Indian Space Research Organisation. इसका हेडक्वार्टर बेंगलूर में है।
इसरो में लगभग 17 हजार कर्मचारी एवं वैज्ञानिक कार्यरत हैं।
भारत में इसरो के कुल 13 सेंटर है।
स्वतंत्रता दिवस के दिन सन् 1969 में डाॅ. विक्रम साराभाई ने ISRO की स्थापना की थी।
भूमि पर सैटेलाइट बनाने और उसे लाॅन्च करने की क्षमता रखने वाले 6 देशो (अमेरिका, रूस, फ्रांस, जापान, चीन और भारत) में से भारत भी एक है।
ISRO ने अभी तक 21 अलग-अलग देशों के लिए 79 satellites लांच किए है। और भारत के लिए 86 satellites लांच किया है।
इसरो का पहला उपग्रह जिसका नाम आर्यभट्ट था, वह 19 अप्रैल 1975 को रूस की मदद से लांच किया गया था।
अन्य संगठन की तुलना में, इसरो में सबसे ज्यादा unmarried लोग है।