रबिन्द्रनाथ टैगोर दुनिया के अकेले ऐसे कवि हैं, जिन्होंने दो देशों की राष्ट्रगान बनाई। भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन ‘ और बांग्लादेश का ‘आमार सोनार बांग्ला…’।
रविंद्र नाथ टैगोर बैरिस्टर बनना चाहते थे इसलिए वो लन्दन विश्वविद्यालय में कानून पढ़ने गये थे लेकिन 1880 में बिना डिग्री हासिल किए ही स्वदेश वापस आ गए थे।
रविन्द्र नाथ टैगोर ने जीवन के अंतिम दिनों में चित्र बनाना शुरू किया था।
रबीन्द्रनाथ टैगोर जी ने सन 1901 में पश्चिम बंगाल में शांतिनिकेतन नामक यूनिवर्सिटी की स्थापना सिर्फ 5 छात्रों को लेकर की थी।
टैगोर जयंती हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार प्रति वर्ष बैसाख माह के 25वें दिन पड़ती है।
रविन्द्र नाथ टैगोर ने ही गाँधी जी को महात्मा जी का नाम दिया ।
रविन्द्र नाथ टैगोर ने पहली कविता आठ साल की उम्र में लिखी थी।
अंग्रेजो द्वारा टैगोर जी को नाइटवुड से सम्मानित किया गया।
वर्ष 1875 में, माँ के निधन के बाद उनकी देखभाल अधिकतर नौकरों ने ही की।
रबिन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कलकत्ता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में हुआ था।
रबिन्द्रनाथ टैगोर जी को उनकी रचना ‘गीतांजलि’ के लिए साहित्य के ‘नोबल पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया था।