Facts on jupitar, बृहस्पति ग्रह के बेहद अद्भुत तथ्य

FACTS ON JUPITAR, बृहस्पति ग्रह के बेहद अद्भुत तथ्य

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The ancient Babylonians were the first to record their sightings of Jupiter.

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Jupiter has the shortest day of all the planets.

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Jupiter orbits the Sun once every 11.8 Earth years.

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Jupiter has unique cloud features.

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The Great Red Spot is a huge storm on Jupiter.

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Jupiter’s interior is made of rock, metal, and hydrogen compounds.

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Jupiter’s moon Ganymede is the largest moon in the solar system.

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Jupiter has a thin ring system.

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Eight spacecraft have visited Jupiter.

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Jupiter Is The Fastest Spinning Planet In The Solar System.

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The Clouds On Jupiter Are Only 50 km Thick.

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The Great Red Spot Has Been Around For A Long Time

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Jupiter’s Magnetic Field Is 14 Times Stronger Than Earth’s

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Jupiter Has 67 Moons

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Jupiter Has Been Visited 7 Times By Spacecraft

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You Can See Jupiter With Your Own Eyes

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Jupiter सौर-मंडल का चौथा सबसे चमकीला ऑब्जेक्ट है , सूर्य, चन्द्र और वीनस के बाद जुपिटर हमें सबसे चमकीला दीखता है. इस ग्रह को हम अपनी नंगी आँखों से भी देख सकते हैं.

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ब्रहस्पति ग्रह (planet Jupiter) का नामकरण रोमन देवताओं के शासन के नाम पर किया गया है। ब्रहस्पति की खोज 7 वीं या 8 वीं शताब्दी ईसा पूर्व प्राचीन बेबीलोन के लोंगो ने की थी।

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बृहस्पति का एक दिन बाकी सभी ग्रहों से छोटा होता है। यह केवल 9 घंटे 55 मिनट में अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर पुरा कर लेता है।

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बृहस्पति वासत्व में इतना भारी ग्रह है कि यह इस शक्ति के बदौलत सूर्य को भी प्रभावित कर देता है। अकेले बृहस्पति का द्रव्यमान बाकी सभी ग्रहों के कुल द्रव्यमान से ढाई गुणा ज्यादा है। पृथ्वी से 317.83 गुणा ज्यादा है।

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बृहस्पति ग्रह 90% हाईड्रोजन, 10 % प्रतीशत हीलीयम और कुछ कु मात्रा में मीथेन, पानी, अमोनिया और चट्टानी कणों से बना हुआ है। इसकी सतह ठोस नहीं है बल्कि गैसों से बनी है।

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बृहस्पति को सूर्य का एक चक्कर लगाने में करीब पृथ्वी के 11.8 वर्ष लगते हैं। जब हम इसे धरती से देखते हैं तो यह हमें बहुत ही धीमा ग्रह सा लगता है जिसे कई महीनों और नक्षत्रों के बदलने पर भी एक ही जगह हम देखते हैं।

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बृहस्पति पृथ्वी के लिए एक रक्षक की तरह है। यह धरती की तरफ आने वाले कई पिंड़ो को अपने गुरुत्वाकर्षण बल से अपनी ओर खींच कर हमारी रक्षा करता है।