प्रथम श्रेणी के यात्रियों को 352 गानो की एक किताब दी गयी थी जिनके बारे में वहा के हर म्यूजिशियन को जानकारी थी और लोगो की फरमाइश पर उन्हें वो गाना बजाना पड़ता था।
31 मई, 1911, जब इसका उद्घाटन हुआ था उस समय टाइटैनिक को देखने के लिए 100,000 लोग एकत्रित हुए थे।
269 मीटर की ऊँचाई वाले टाइटैनिक को अगर सीधा खड़ा कर दिया जाए तो यह अपने समय की हर इमारत से ऊँचा होता।
Titanic जहाज से हिमपर्वत 14 अप्रैल 1912 को 11 बजकर 40 मिनट पर टकराया था जिसको फ्रेड्रिक फ्लीट ने देखा था, फ्लीट खुद इस दुर्घटना से बच गया था।
प्रथम क्लास की टिकट उस समय $4,375 थी, जो की आज के समय $100,000 होगी।
जहाज में 885 क्रू-मेंबर थे जिसमे की 23 महिलाये थी।
Titanic जहाज के मुख्य लंगर को ले जाने के लिए बीस घोड़ो की जरूरत पडती।
टाइटैनिक की चिमनिया इतनी बड़ी थी कि इनमें से दो ट्रेने गुजर सकती थी।
जहाज के अंदर की साज को लंदन के रिट्ज होटल को देख के बनाया गया था। जिसमे हर तरह की चीजे उपलब्ध थी, जैसे की स्वूमिंग पूल, जिम, लाइब्रेरी रेस्टोरेंट आदि।
जहाज पर प्रथम क्लास के यात्रियों के लिए 20,000 बोतलें बियर की 1500 बोतलें शराब की और 3,000 सिगार उपलब्ध था।
टाइटैनिक की चार चिमनियो में से चौथी चिमनी नकली थी जिसे केवल जहाज का संतुलन बनाने के लिए लगाया गया था।
टाइटैनिक जहाज को चलाने के लिए हर दिन 600 टन कोयले की जरूरत पड़ती थी, जिसके लिए 176 लोग रात- दिन लगे हुए थे। जहाज से निकलने वाली करीबन 100 टन राख को हर दिन समुन्द्र में बहा दिया जाता था।
टाइटेनिक पर 4 इलेवेटर, 2 बार्बर शॉप, 1 हिटेड स्वीमिंग पूल, 1 जीम और 2 बड़ी-बड़ी लाईब्रेरी थीं।
उस समय टाइटेनिक पर यात्रियों और स्टॉफ को खाने के लिये 86,000 पौंड मीट, 40 हजार अंडे, 40 टन आलू, 3,500 पौंड प्याज, 36,000 सेब मौजूद थें।
टाइटैनिक पे हर दिन अखबार छपता था, जिसमे विज्ञापन, व्यापर जगत, घोडा दौड़ परिणाम और दैनिक दिनचर्या का वर्णन होता था।
हिमपर्वत जिससे टाइटैनिक टकराया था, वो करीबन 100 फ़ीट ऊचा था। हिमपर्वत के नजर आने के 37 सेकंड के अंदर टाइटैनिक उससे जा टकराया।
कंट्रोल रूम से टाइटैनिक को हिमपर्वत के बारे में 6 बार चेतावनी दी गयी थी।
हिमपर्वत जब नजर आया, उससे मात्र 30 सेकंड पहले दिख गया होता, तो जहाज की दिशा बदली जा सकती थी और तब शायद समुद्री इतिहास की यह भीषणतम दुर्घटना नहीं हुई होती।
टाइटैनिक को तबाह कर देने वाला कुख्यात हिमपर्वत समुद्र में दुर्घटना होने से 2,900 साल पहले से तैर रहा था।
हिमपर्वत से टकराने के 2 घंटे 40 मिनट बाद टाइटैनिक डूब गया था।
लाइफबोट पे पहले औरतो को भेजा जा रहा था, बचाए गए 711 यात्रियों में, केवल 58 ही पुरुष थे।
टाइटैनिक में लगी सीटी की आवाज को 11 मील की दूरी तक सुना जा सकता था।
1502 मृतकों में से केवल 328 को ढूंढा जा सका, जिसमे 119 मृतकों का शरीर इतनी बुरी तरह नष्ट हो गया था की उनको समुन्द्र में ही गाड़ना पड़ा था।
टाइटैनिक मुख्य रसोइया ने शराब पीकर शरीर जमा देने वाले पानी में दो घंटे तक अपनी जान बचाई थी जिसके बाद उसे बचा लिया गया।
Titanic जहाज दुर्घटना से बचने वाली अंतिम यात्री Millvina Dean थी जिसकी 31 मई 2009 को 97 साल में मृत्यु हुयी थी। जिस समय वो जहाज में थी उस समय वो केवल 2 महीने की थी।
टाइटैनिक फिल्म के सबसे इमोशनल सीन्स में वह दृश्य भी शामिल है, जब आइसबर्ग से जहाज टकराने के बाद भी म्यूजिक बैंड के सदस्य परफॉर्म करते रहते हैं। असली जहाज के दुर्घटनाग्रस्त होने पर सचमुच ऐसा ही हुआ था।
जहाज के एक नियंत्रक ने कई सालो बाद ये कहा की जहाज के लाकर बॉक्स में दूरबीन रखी हुयी थी जिसकी चाभी किसी के पास नहीं थी, वरना दूरबीन का इस्तेमाल कर के टाइटैनिक को दुर्घटना से बचाया जा सकता था।
जहाज पे उपस्थित सारे इंजीनियर अपनी अंतिम साँस तक यात्रियों को बचाने में लगे हुए थे।
टाइटैनिक जब डूबा, तो वो अपने सफर के चौथे दिन में था। जमीन से करीब 600 किलोमीटर दूर।
टाइटैनिक दुर्घटना में बचने वाले जापानी लोगो को उनके देश के लोगो के कायर कहा था क्योंकि वो ओर लोगो की तरह अपने देश के लिए कुर्बान नही हुए थे।
टाइटैनिक के ऊपर दर्जनों फिल्में और डाक्यूमेंट्री बनी जिसमे जेम्स केमरॉन के निर्देशन में बनी टाइटैनिक 1997 , प्रसिद्ध है। इस फिल्म में लेओनार्दो दिकप्रिओ और कैट विंस्लेट मुख्या भूमिका में है।
टाइटैनिक(1910 -1912 ) को बनाने में $7.5 मिलियन लगे थे, जिसकी कीमत 1997 में $120 मिलियन थी, जबकि फिल्म को बनने में $200 मिलियन लगे थे।
टाइटैनिक फिल्म ने $2 बिलियन की कमाई की थी और फिल्म को 11 ऑस्कर पुरस्कार मिले थे।
The Titanic was built between 1909 and 1911.
It was 882 feet (269 metres) in length and 175 feet (53 metres) in height.
The Titanic had a crew of around 900 people.
The Titanic’s engines were powered by pressurized steam from burning coal.
It was a luxury passenger liner that carried some of the world’s richest people as well as others looking for a new life in North America.
The Titanic's intended course was from Southampton, England to New York City, USA.
It left Southampton on April 10, 1912 and stopped at destinations in France and Ireland before heading west towards New York.
It collided with an iceberg and sank on April 15, 1912.
While the Titanic carried over 2200 people, there were only enough life boats for around 1200 of them.
Over 1500 people died because of the sinking.
The remains of the Titanic wreck sit on the sea bed over 12400 feet (3780metres) beneath the surface.
For our first Titanic fact, we have to go quite a ways back.
There were a lot of rich and famous people who almost were on the Titanic's fateful maiden voyage.
Charles Herbert Lightoller was the second officer aboard the Titanic.
Isidor Straus — co-owner of Macy's — died aboard the Titanic.Isidor Straus — co-owner of Macy's — died aboard the Titanic.
Robert Ballard discovered the Titanic wreckage in 1985 — but that wasn't exactly what he was hired for.
Ballard's 1985 discovery confirmed what many survivors had insisted since the Titanic sunk.
The Titanic had several young boys as crewmembers.
The youngest Titanic survivor was named Eliza Gladys "Millvina" Dean.
The crow's nest crew had no binoculars.
You should definitely know about Charles Joughin.Masabumi Hosono was another Titanic survivor.
The actual violin played onboard the Titanic was recovered from the sea
The first Titanic film screened only 29 days after the ship sunk.
The Titanic had four smokestacks, but only three of them functioned.
Artie Moore heard the Titanic's distress calls from 3,000 miles away.
It's possible to visit the Titanic wreckage yourself.
टाइटैनिक उस समय का सबसे लम्बा जहाज था, जिसकी लम्बाई 269 मीटर (882 फ़ीट) थी और इसको बनाने में 24 महीने लगे जिसको 15,000 कर्मचारियों ने मिल के बनाया था। ये उस समय विश्व में सबसे बड़ी मानव निर्मित चीज थी।