Mothers and their children are in a category all their own.
There’s no bond so strong in the entire world.
No love so instantaneous and forgiving.
हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की,शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है,क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की!
Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?
ये भी एक तमाशा है
इश्क और मोहब्बत में
दिल किसी का होता है और
बस किसी का चलता है.
बडी लम्बी खामोशी से गुजरा हूँ मै,किसी से कुछ कहने की कोशिश मे।