आपके आने से ज़िन्दगी कितनी ख़ूबसूरत है,दिल में बसायी है जो वोह आपकी ही सूरत है,दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी,हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है,
Diwangi har raz khol deti hai,
Khamosi bhi har baat bol deti hai,
Shikayat hai muze sirf is dunia se,
Jo dil ke jazbat bhi paiso se tol detihai.
Main Chahta Hun Aik Aasiyana HoJo Wabasta Sirf Tum Se Ho
न सोचा मैंने आगे,
क्या होगा मेरा हशर,
तुझसे बिछड़ने का था,
मातम जैसा मंज़र!
“आँखों से दूर दिल के करीब था,
में उस का वो मेरा नसीब था.
न कभी मिला न जुदा हुआ,
रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था.”