उम्र की राह में जज्बात बदल जाते है।वक़्त की आंधी में हालात बदल जाते हैसोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं।कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं
बहुत दूर है तुम्हारे घर से हमारे घर का किनारा,पर हम हवा के हर झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा।
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
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कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁
एक पागल आइने में खुद को देख
कर सोचने लगा यार इसको कहीं देखा हूँ।
काफी देर टेंसन में सोचते सोचते-----
धत्त तेरी की ये तो वही है
जो उस दिन मेरे साथ बाल कटवा रहा था
लड़की – बाबा मुझे तो सर्दी में भी गर्मी लगती है
निर्मल बाबा – बेटी पराठे खाती हो क्या ?
लड़की – हां
निर्मल बाबा – कौन से तेल में बनाती हो ?
लड़की – रिफाइंड में
निर्मल बाबा – बस यही तो दिक्कत है
नवरत्न तेल में बनाया करो
कृपा आनी शुरू हो जायेगी
ठंडा ठंडा कूल कूल