हमारे माँ – बाप हमको बचपन में शहजादों की तरह पालते हैं..लिहाज़ा…
हमारा ये फ़र्ज़ बनता है,,उनके बुढ़ापे में उनको बादशाहों की तरह रखें!
हर रोज उसका खूबसूरत चेहरा सामने आयादिल में आग लगा गया।आज बारिश में भीगा चेहरा सामने आयासबकी सब बुझा गया।।
हर रोज उसका खूबसूरत चेहरा सामने आया
दिल में आग लगा गया।
आज बारिश में भीगा चेहरा सामने आया
सबकी सब बुझा गया।।
इंसान हर घर में जन्म लेता है
लेकिन इंसानियत कहीं कहीं ही जन्म लेती है
हमसे ना कट सकेगा अंधेरो का ये सफर
अब शाम हो रही हे मेरा हाथ थाम लो।
खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है,
हजार साल गुजरने पे भी जवान ही रहे।