"अगर बसंती की मौसी, ठाकुर को राखी बांधे तो बसंती और ठाकुर का क्या रिश्ता हुआ ?..
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.अपना-अपना काम करो कोई रिश्ता नहीं बनता; क्योंकि ठाकुर के हाथ ही नहीं थे."
कोई पुछ रहा हे मुजसे मेरी जीन्दगी की कीमंत....मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना......
लड़कियां भी अजीब होती हैं,
तैयार होने के लिए पार्लर जाती हैं और...
पार्लर जाने के लिए भी तैयार होती हैं।
😛😛😄😄😄
मुझे ग़म भी उन का अज़ीज है,
के उन ही की दी हुई चीज़ है…
यही गम है अब मेरी जिंदगी,
इसे कैसे दिल से जुदा करू …
मैं भी Valentine Day मनाऊँगा… जिन लड़कियों ने मुझे मना किया है,
उनके माँ बाप को फोन करके उनकी “LOCATION” बताऊंगा..!! 😀