हाथ में तुम्हारे देश की शानहिन्दी अपनाकर तुम बनो महानहिन्दी दिवस की शुभकामनाये
आज भी मेरी फरमाइशें कम नही होती,
तंगी के आलम में भी, पापा की आँखें कभी नम नहीं होती.
बलबुध्धि विद्या देहू मोहि
सुनहु सरस्वती मातु
राम सागर अधम को
आश्रय तूही देदातु!!
जिदंगी typing... और emoji के बीच ही उलझ कर रह गयी यार..
हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँशीशे के महल बना रहा हूँ