एक तुम ही थे जो मिल ना सकेवरनामिलने वाले तो बिछड़ बिछड़ के मिले....
इश्क की शुरुआत निगाहों से होती है
सजा की शुरुआत गुनाहों से होती है
कहते हैं इश्क भी एक गुनाह है
जिसकी शुरुआत दो बेगुनाहों से होती है
मुझको ढूंढ लेती है रोज़ एक नए बहाने से
तेरी याद वाक़िफ़ हो गयी है मेरे हर ठिकाने से
Dil Ki Aarzoo Toh Bas Yehi Hai Mere Sanam,
Tere Dil Mein Hum Rahein Mere Dil Mein Tum,
Tera Haath Haath Mein Lekar Chalte Rahein Yuhi,
Yeh Zindgi Bhi Tere Saath Jeene Ko Pade Kam.
Ho Jaun Itna Madhosh Tere Pyar Mai
Ke Hosh Bhi Aane Ki Ijaazat Maange..