लोग जब अनपढ थे तो परिवार एक हुआ करते थेमैंने टूटे परिवारों में अक्सर पढ़े लिखे लोग ही देखे है|
चाहत तुम्हारी - रविवार की तरहहकीकत जिंदगी - सोमवार की तरह...!!
सुबह-सुबह सूरज का साथ हो,
गुनगुनाते परिंदों की आवाज़ हो,
हाथ में चाय का कप, और यादों में कोई ख़ास,
उस खूबसूरत सुबह की पहली याद आप हो।
इस तरह से तो ईस्ट इंडिया कम्पनी ने भारत कोभी नहीं लूटा होगा........जिस तरह से आजकल की लड़कियाँ अपनेबॉयफ्रेंडो को लूटती है..
Vo samjhta hai ki har shakhs badal jata hai…..
Ussey lagta hai zamana us ke jaisa hai….