पाकिस्तान में टीचर बच्चे से: तुम्हें पता है हमारे पूर्वज बन्दर थे|बच्चा: आपके होंगे हमारे तो आतंगवादी थे|
सफलता का कोई पैमाना नहीं होता –
एक गरीब बाप का बेटा बड़ा होकर ऑफिसर बने पिता के लिए यही सफलता है।
जिस इंसान के पास कुछ खाने को ना हो वो सुख पूर्वक 2 वक्त की रोटियां जुटा ले ये भी सफलता है
आहिस्ता आहिस्ता कीजिये कत्ल मेरे अरमानों का……
कहीं सपनों से लोगों का ऐतबार ना उठ जाए..
Winter का जमाना है,
SMS करके आपको सताना है,
मौसम भी दिवाना है,
2-4 SMS आपभी कर दो,
क्या…
बेलेन्स बचा कर,
नया “स्वेटर” लाना है ??
Happy Winter…
इस गर्मी का आलम बस ...इतना समझ ले ग़ालिब....कपडे धोते ही सुख जाते है ।और पहनते ही गीले हो जाते है ।।