Dekh Bhaiकेजरीवाल ने किसी को बेवकूफ़ नहीं बनाया... बेवकूफ़ो ने केजरीवाल बनाया है|
इस बारिश के मौसम में अजीब सी कशिश हैना चाहते हुए भी कोई शिदत से याद आता है..
शादी एक ऐसा दिन है
जब लड़का स्टेज पर अपनी दुल्हन के साथ बैठे हुए
दूसरी लड़कियों को देखकर सोचता है…
“ये सब आज से पहले कहाँ मर गई थी।”!!
दोस्त बनकर भी वो नहीं साथ निभानेवाला,
वही अंदाज़ है उस ज़ालिम का ज़माने वाला।
एक जमाना था जब प्यार में
लोग "अमर" होते थे,
फिर समय आया लोग प्यार
में "अँधे" हो जाते थे,
अब तो समय वो है जब प्यार
में लोग "तोतले" हो जाते हैं।
[ अले मेला बाबू, गुच्छा हो गया ]
😂😂😂😜😜😜