दोस्त - तेरा इतिहास का पेपर कैसा हुआ?पप्पू - बहुत बुरा... सालो ने मेरे जन्म से भी पहले के प्रश्न पूछ रखे थे|
तेरे पास में बैठना भी इबादत
तुझे दूर से देखना भी इबादत …….
न माला, न मंतर, न पूजा, न सजदा
तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत….
फिर वही फ़साना अफ़साना सुनाती हो
दिल के पास हूँ कह कर दिल जलती हो
बेक़रार है आतिश इ नज़र से मिलने को
तो फिर क्यों नहीं प्यार जताती हो…!!
मुझे ना सताओ इतना कि मैं रुठ जाऊं तुमसे,
मुझे अच्छा नहीं लगता अपनी साँसों से जुदा होना।
रामायण देखते हुए
बेटा – पापा, राजा दशरथ की 3 रानियां थीं,
लेकिन मेरी तो एक ही मम्मी है ?
पापा – हाँ बेटा,
काश मेरी भी 3 पत्नियां होतीं
अंदर से मम्मी की आवाज आयी
अभी 12 बजे इसे महाभारत दिखाउंगी जिसमें द्रोपदी के 5 पति थे
एकदम सन्नाटा छा गया