Taras gaye apke deedar ko,
phir bhi dil aap hi ko yaad karta hai,
humse khusnaseeb to apke ghar ka aaina hai,
jo har roz apke husn ka deedar karta hai…
मैं कुछ लम्हा और तेरे साथ चाहता था;
आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता था;
सुना हैं मुझे बहुत चाहती है वो मगर;
मैं उसकी जुबां से एक बार इज़हार चाहता था।
एक बार एक पंजाबी U.P. गया,और वहां एक कुए में गिर गया…एक आदमी वहां से गुजरा और उसने पंजाबी के चिल्लाने की आवाज सुनी…U.P. वाला :- “अबे कौन है बे कुए के भीतर?”पंजाबी :- “ओ पाजी ! अस्सी हां”U.P. वाला :- अबे दो-चार होते तो निकाल भी देते…अब अस्सी को कौन निकाले…पडे रहो भीतर ही…
Jis Jagah Jaakar Koee Vaapas Nahin AataJaane Kyon Aaj Vahaan Jaane Ko Jee Chaahata Hai