अधिकारी- ऐसी कौन सी औरत है, जिसे 100% पता हो की उसका पति कहाँ है??संता सिर खुजलाते हुए- विधवा औरत|अधिकारी बेहोश
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..!
आज कामवाली बाई पिछले काम के पैसे लेने आयी,
पत्नी बोली – देख हमारा फर्स आज कितना चमक रहा है
कामवाली – मरद का हाथ तो मरद का ही होता है न मेमसाब
मुझको ढूंढ लेती है रोज़ एक नए बहाने से तेरी याद वाक़िफ़ हो गयी है मेरे हर ठिकाने से