जिनको हम चुनते हैं…वो ही हमें धुनते हैं…चाहे बीवी हो या नेता…दोनो कहाँ सुनते हैं..
एडमिन ने ढाबा खोला..ग्राहक – मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |एडमिन –तो क्या करू?मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
इंसान सबसे ज्यादा तब खुश होता है, जब रेलवे फाटक बंद हो रहा हो और उसके पहले वो अपनी गाड़ी तुरंत-फुरंत निकाल ले... कसम से इसके बाद ओलिंपिक रेस जीतने वाली फीलिंग होती है।
टीचर – अच्छा तो बच्चों
आज मैं तुम्हारा टेस्ट लूंगी
टीचर – बंटू कबीर दास का
एक दोहा सुनाओ
बंटू –
कबीर दास है बाबरो, दोहा गयो बनाय
खुद तो कबको चली गयो, हमको गयो फसाय
टीचर बेहोश
एक शादीशुदा आदमी मंदिर गया और भगवान से बहुत दुखी होकर पूछता है-
हे प्रभु! तुमने बचपन दिया और उसे छीन लिया।
ऐश और आराम दिया, फिर उसे भी छीन लिया।
पैसा दिया और फिर उसे भी छीन लिया।
और अब बीवी दी है और उसे देकर भूल गए।