जो झुकते है जिंदगी में वो बुझदिल नहीं होते यह हुनर होता है उनका हर रिश्ता निभाने का...
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |
शायरी मे सिमटते कहाँ हैँ दिल के दर्द दोस्तों
बहला रहे हैँ खुद को जरा कागजो के साथ
अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चांडाल का
काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का
जय महाकाल
हैप्पी शिवरात्रि मित्रों
Teacher: - Kya padhaoon aaj...???;;;;;;;;;Student: - Ji aaj mera nikaah padha do roll numbar 7 wali ke saath....