मुक्तसर सी ज़िन्दगी है मेरी तेरे साथ जीना चाहता हूँ,कुछ नहीं मांगता खुदा से बस तुझे मांगता हूँ.
खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
चेहरे पर हंसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।
डॉक्टर: अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोजाना व्यायाम किया करोसंता: जी मैं रोजाना क्रिकेट और फुटबाल खेलता हूँ!डॉक्टर: कितनी देर खेलते हो?संता: जब तक मोबाइल की बैटरी खत्म नहीं हो जाती!!
Na Papa ki maar se,Na Dosto ki fatkaar se,Na ladki ke inkar se,Na chaplo ki bauchhar se,Aashiq sudhrenge to sirf RAKHI ke tyohaar se...