टीचर – संजू यमुना नदी कहॉं बहती है ?संजू – जमीन परटीचर – नक्शे में बताओं कहॉं बहती है ?संजू – नक्शे में कैसे बह सकती है, नक्शा गल नहीं जाएगा |
मैंने ज़माने के एक बीते दोर को देखा है
दिल के सुकून को और गलियों के शोर को देखा है
मैं जानता हूँ की कैसे बदल जाते हैं इन्सान अक्सर
मैंने कई बार अपने अंदर किसी ओर को देखा है।
तुम मुझे कभी दिल, कभी आँखों से पुकारो ग़ालिब,
ये होठो का तकलुफ्फ़ तो ज़माने के लिए है|
क्लास में आख़िरी बेन्च पर जो कुरेद कर तुम्हारा नाम लिखा था,
ज़िन्दगी की सब से लम्बी कहानी वही तो थी ….
लड़की(रोते हुए) – मैं तो बरबाद हो गई
लड़का – अरे जानेमन हुआ क्या ?
लड़की – मेरे पापा ने मेरी शादी तय कर दी
लड़का – धत तेरे की,, अब हम क्या करेंगे
लड़की – तुम कुछ करो ना ?
लड़का –ठीक है मैं आज ही अपने लिए नई लड़की ढूंढ़ता हूँ
फिर दे लात दे घूंसा