हमारा सलाहकार कौन है ये बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि दुर्योधन शकुनि से सलाह लेता था और अर्जुन श्रीकृष्ण से!
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..
कुछ इस तरह से वफ़ा की मिसाल देता हूँ
सवाल करता है कोई तो टाल देता हूँ
उसी से खाता हूँ अक्सर फरेब मंजिल का
मैं जिसके पाँव से काँटा निकाल देता हु …
शिव की भक्ति, शिव की अपार शक्ति मिले,ज़िंदगी भर खुशी की बहार आपके पूरे परिवार को मिले,महादेव की कृपा आपकी ज़िंदगी मे हमेशा बनी रहे,आपको ज़िंदगी के हर प्रयास मे सफलता मिले.सावन के सोमवार की बधाई
चलो ज़िन्दगी को जिंदादिली से जीने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाते हैं,
रोज़ कुछ अच्छा याद रखते हैं, और कुछ बुरा भूल जाते हैं।