ताऊ(अपने बेटे से): रै बेवकूफ मेवालाल जी की बिटिया ने देख, फर्स्ट आई है स्कूल मेंबेटा: और कितना देख्यू? उसी नै देख-देख के तो फ़ैल होई गया|
टी टी: - ये विकलांग लोगों का डिब्बा है इसमें क्यों सफर कर रहे हो...???पप्पू: जी सर मेरे साथ ये है...!!टी टी: - ये तो आम है।पप्पू: - हाँ लेकिन ये लँगड़ा आम है...
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
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कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁
वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं
वो शायद मतलब से मिलते हैं,
मुझे तो मिलने से मतलब है.!