फुल कभी दोबारा नहीं खिलते, जन्म कभी दोबारा नहीं मिलते, मिलते है लोग हजारों पर हजारों गलितियाँ माफ करने वाले माँ-बाप दोबारा नहीं मिलते।
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते..
लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं.
हँसना हँसाना ये कोशिश है मेरी,
सबको खुश रखना चाहत है मेरी,
कोई याद करे या न करे,
हर किसी को याद करना आदत है मेरी।
Good Morning
इंसान हर घर में जन्म लेता है
लेकिन इंसानियत कहीं कहीं ही जन्म लेती है
बलबुध्धि विद्या देहू मोहि
सुनहु सरस्वती मातु
राम सागर अधम को
आश्रय तूही देदातु!!