जिस ने ज़ल्द बाज़ी में शादी कीउसने अपना जीवन बिगाड़ लिया।।वाह! वाह!वाह! वाह!और जिसने सोच समझ कर कीउसने कौन सा तीर मार लिया।।
ना छेड किस्सा-ए-उल्फत, बडी लम्बी कहानी है,
मैं ज़माने से नहीं हारा, किसी की बात मानी है,,,,,,।।
तुझको खुदा ने रुक-रुक बनाया,
पूरी ज़माने की खुदाई तुझ में ही भर दी,
हर अंग तेरा जैसे ,
रह-रह तू बरसे सावन महीना…
लड़का- तुम लडकियां इतनी खूबसूरत क्यों हों?
लड़की - क्योंकि भगवान ने हमें अपने हाथों से बनाया है।
लड़का- लें..., बोल तो ऐसे रही है जैसे हमें तो मजदूरों को ठेके पर दिया था।
जो लोग
“बुरा न मानो, होली है”
ये कहकर रंग डाल जाते हैं
दिवाली आने पर आप भी
“बुरा न मानो, दिवाली है”
कहकर उनपर बम डाल देना