You have to be at your strongest when you are feeling at your weakest.
कोई मिला नहीं तुम जैसा आज तक,पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
जिदंगी typing... और emoji के बीच ही उलझ कर रह गयी यार..
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती