एक रास्ता यह भी है... मंजिलो को पाने का.... कि सीख लो तुम भी हुनर... हाँ में हाँ मिलाने का...
बुरे वक़्त में भी एक अच्छाई होती है…
जैसे ही ये आता है.फ़ालतू के दोस्त विदा हो जाते हैं…!!!
तबाह होकर भी तबाही दिखती नही,ये इश्क़ है इसकी दवा कहीं बिकती नहीं।
इस तरह से तो ईस्ट इंडिया कम्पनी ने भारत कोभी नहीं लूटा होगा........जिस तरह से आजकल की लड़कियाँ अपनेबॉयफ्रेंडो को लूटती है..
उड़ने दे इन परिंदों को आज़ाद फिजां में ‘गालिब’जो तेरे अपने होंगे वो लौट आएँगे