माँ: सोफा लेटने के लिये नहीं बैठने के लिये होता है बेटाबेटा: हा तो चप्पल भी मारने के लिये नही पहनने के लिये होती है…..पड़ी एक और…
वो दिल ही क्या जो तुझसे मिलने की दुआ न करे,
ए सनम.......
में तुझको भूल कर जिन्दा रह सकूं ऐसा रब्ब न करे.
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आके गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर।
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा
मैं भी Valentine Day मनाऊँगा… जिन लड़कियों ने मुझे मना किया है,
उनके माँ बाप को फोन करके उनकी “LOCATION” बताऊंगा..!! 😀