फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी।
आज जमा लो भांग का रंग
आपकी जिंदगी बीते खुशियों के संग
भगवान भोले की कृपा बसरे आप पर
जीवन में भर जायें नयी उमंग
Happy Mahashivratri Wishes
जब हम गलत होते हैं,
तो समझौता चाहते हैं
और दूसरे गलत होते हैं...तो
हम न्याय चाहते हैं।
भूल होना प्रकृति है,
मान लेना संस्कृति है,
और सुधार लेना प्रगति है।
सुप्रभात
बारिश के मौसम में गाड़ियों से थोड़ा दूरी बनाकर चलें,पता नहीं कब गाड़ी तीव्र गति से आये और आपके कपड़ों पर मार्डन आर्ट बनाकर चली जाये!
जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।