Kapil Sharma: राहत साहब, पाकिस्तानियो को कश्मीर राग के अलावा' कोई' और राग सिखाइए न....Rahat Fateh Ali Khan: कोशिश की थी भाई, सब के सब बे-सुरे है...
चाहत तुम्हारी - रविवार की तरहहकीकत जिंदगी - सोमवार की तरह...!!
उस इंसान से कभी भी गाली-गलौज ना करें, जिसके.......नेट की स्पीड और टाइपिंग स्पीड आपसे तेज़ हो।
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है
पतझड बसंत में बदल ही जाता हे
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी गुजर ही जाता है
बसंत पंचमी की बधाई
मन ही मन करती haiबातें,
Dil ki हर एक बात कह जाती हूँ,
एक बार ले लो बाहों मै अब तो सजना,यहीं हर बात कहते कहते रुक जाती हूँ |