जब से देखी है हमने दुनिया करीब से;लगने लगे हैं सारे रिश्ते अजीब से !
जाड़े की रुत है नई तन पर नीली शाल
तेरे साथ अच्छी लगी सर्दी अब के साल...
स्वयं को ऐसा बनाओ, जहाँ तुम हो, वहां तुम्हें सब प्यार करे,
जहाँ से तुम चले जाओ, वहां सब तुमें याद करें,
जहाँम पहुँचने वाले हो, वहां सब तुम्हारा इंतज़ार करें।
ताऊ : कुत्तो आयो है जा एक रोटी लियाताई : रोटी तो नी हैताऊ : तो लठ लिया खाली नी जावा दांगा।
चलो फ़िर से हौले से मुस्कुराते हैं,बिना माचिस के ही लोगों को जलाते हैं।