जिंदगी तो सस्ती हैबस गुजारने के तरीके महंगे है|
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी,निगरानी में सारा शहर लग गया।
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!
जो लोग दूसरों का भला सोचते हैं
केवल उन्हीं का जीवन सफल है,
अपने लिए तो जानवर भी जीते हैं
एक मिनट में ज़िन्दगी नहीं बदलती,
पर एक मिनट सोच कर लिया गया फैसला,
पूरी ज़िन्दगी बदल देता है।