दादा (पोते से)- तेरी टीचर आ रही है, जा छुप जा.
पोता-
पहले आप छुप जाओ,
आपकी मौत के बहाने मैंने दो हफ्ते की छुट्टी ले रखी है.
रंगों से भरा रहे जीवन तुम्हारा
खुशियां बरसे तुम्हारे अंगना
इन्द्रधनुष सी खुशियां आए
आओ मिलकर होली मनाए
हैप्पी होली
मेरी बहादुरी के किस्से कितने मशहूर थे इस शहर में,
पर तुझे खो जाने के डर ने मुझे कायर बना दिया...
Naya Saal Mubarak !!
Kya Bharosa
Mobile Ka
Battery ka
Charger Ka
Network Ka
Balance Ka
Life ka
Time Ka
Is Liye Meri Taraf Se
Advance Main
"Naya Saal Mubarak"
गैर ले महफ़िल में बोसे जाम के
हम रहें यूँ तश्ना-ऐ-लब पैगाम के
खत लिखेंगे गरचे मतलब कुछ न हो
हम तो आशिक़ हैं तुम्हारे नाम के
इश्क़ ने “ग़ालिब” निकम्मा कर दिया
वरना हम भी आदमी थे काम के