तेरी दुआओं का असर है, जो अब तक मैं सलामत हूँ.!तेरी आँखों की नमी नहीं, हाथों की लकीरों में बस्ता हूँमैं जानता हूँ जान-ए-जहाँ, तुझे बस मोहब्बत है मुझ सेतेरी साँसों की राह पकड़…., तेरी रूह में बस्ता हूँ….|
पुराना साल सबसे अब हो रहा हैं दूर,क्या करे यही हैं,. कुदरत का दस्तूर,बीती यादें सोचकर उदास ना हो तुम,करो खुशियों के साथ नए साल को मंजूर
नया साल तहे दिल से मुबारक हो
सब कुछ झूठ है
लेकिन फिर भी बिलकुल सच्चा लगता है…
जानबूझकर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है
Christmas ka ye pyara sa tyohaarJeevan me laye khushiyan apaarSanta clause aayee aapke dwarSubhkamna hamari kare sweekar.