‘Kabhi Aap Dusro Ke Liye Mang Kar Dekho,
Kabhi Apne Liye Mangne Ki Zarurat Nahi Padegi..’
शुभचिंतक वो नही होते जो आपसे रोज़ मिलें और बातें करें...
शुभचिंतक वो है जो आपसे रोज़ ना भी मिल सकें
फिर भी आपकी ख़ुशी के लिए प्रार्थना करें...
सुप्रभात
सारे सबक किताबों में नहीं मिलते यारो
कुछ सबक जिंदगी भी सिखाती है
जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं
बारिश के मौसम में गाड़ियों से थोड़ा दूरी बनाकर चलें,पता नहीं कब गाड़ी तीव्र गति से आये और आपके कपड़ों पर मार्डन आर्ट बनाकर चली जाये!