जो कट गई,
वो तो उम्र थी साहब.....!
जिसे जी लिया,
उसे जिंदगी कहिये......!!
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।
एक दिन सागर ने नदी से पुछा- कब तक मिलती रहोगी मुझ खारे पानी से।
नदी ने हस कर कहा – जब तक तुझमे मिठास न आ जाये।
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं