Tujh Se Nahi Waqt Se Naraz Hu Main
Jo Kabhi Tumko Mere Liye Nahi Milta…!!!
चले आज तुम ज़हां से ह्ई ज़िन्दगी पराई...!तुम्हे मिल गया ठिकाना हमे मौत भी ना आई...!!ओ दूर के मुसफिर हमको भी साथ लेले रे...हमको भी साथ लेले हम रह गये एकले.....!!!
चलो खेलें वही बाजी
जो पुराना खेल है तेरा,
तू फिर से बेवफाई करना
मैं फिर आँसू बहाऊंगा।
Meri Dehleez Par Aa Ruki Hai MOHABBAT Ab Kya Karoon Tu Hi Bata Aye Mere Khuda…
Mehmaan Nawazi Ka Shoq Bhi Hai Aur Ujad Jane ka Khauf Bhi…..