Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?
कागज़ पे लिखी गज़ल, बकरी चबा गयी !
चर्चा पुरे शहर में हुई, की बकरी शेर खा गयी.
Mat raho dur hum se Itna ki apne faisle par afsos ho jaye..
Kal ko kya pata aise ho mulaqat humari..
Ki Aap roye lipat kar humse, Aur hum khamosh ho jaye..
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे..