चौदहवीं रात के इस चाँद तलेसुरमई रात में साहिल के क़रीब दूधिया जोड़े में आ जाए जो तू ईसा के हाथ से गिर जाए सलीब बुद्ध का ध्यान चटख जाए ,कसम से तुझ को बर्दाश्त न कर पाए खुदा भी दूधिया जोड़े में आ जाए जो तू चौदहवीं रात के इस चाँद तले !
इकरार में शब्दों की एहमियत नही होती,दिल के जज़बात की आवाज़ नही होती,आँखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान,मोहब्बत लफज़ो की मोहताज़ नही होती!
मालिक: अभी तक तुझ से मच्छर नहीं मरे ?
मेरे कानों में गुनगुना रहे हैं |
नौकर: साहब, मैंने मच्छर मार दिए हैं,
ये तो उनकी बीवियां हैं जो विधवा हो कर रो रहीं हैं |
इंटरव्यू लेने वाले ने पूछा: तुम्हारा नाम क्या है...???आवेदक: विजय दीनानाथ चौहान...!!!इंटरव्यू लेने वाला: लेकिन फॉर्म में तो तुमने अपना नाम वीरेन्द्र सिंह लिखा है?आवेदक: फिर क्यों स्वाद ले रहे हो...?
सास :- कितनी बार कहा की बहार
जाओ तो बिंदी लगा कर जाया करो..
आधुनिक बहु :- पर जीन्स पर बिंदी
कौन लगता है..?
सास :- तो मैंने कब कहा जीन्स पर लगा?
माथे पर लगा चुड़ैल, माथे पर..!
😂😂😂😂😂