अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो;मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो;मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना;मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो।
हम है वफ़ा के पुजारी , हरदम वफ़ा करेंगे,
एक जान रह गयी है , इससे भी तुम पर फ़िदा करेंगे.
अल्लाह करे तुमको भी हो चाह किसी की,
फिर मेरी तरह तू भी, राह देखे रहा किसी की
हफ़्तों तक खाते रहो,
गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना
नाम भक्त प्रहलाद.
विद्या के अलंकार से अलंकृत होने पर भी दुर्जन से दूर ही रहना चाहिए,
क्योंकि मणि से भूषित होने पर भी क्या सर्प भयंकर नहीं होता
Kal halki halki barish thi,
Kal sard hawa ka raqs bhi tha.Kal phool bhi nikhre nikhre theKal un pe aap ka aks bhi tha..Kal badal kaley gehre the,Kal chand pay lakhon pahre theKuch tukray aap ki yaad ke,Bari der se dil me thehre the..Kal yaadein uljhi uljhi thi,Aur kal tak yeh na suljhi thi..Kal yaad bohut tum aye the,Kal yaad bohut tum aye the..