अपनी सांसों में महकता पाया है तुझे,हर ख्वाब मे बुलाया है तुझे,क्यू न करे याद तुझ कोजब खुदा ने हमारे लिए बनाया है तुझे.
नए साल की पावन बेला में एक नई सोच की ओर कदम बढ़ाएँ
हौसलों से अपने सपनों की ऊंचाइयों को छू कर दिखाएँ
जो आज तक सिमट कर रह गई थी ख्यालों में..,
उन सपनों को नव वर्ष 2018 में सच कर दिखाएँ.
जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं,
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं.
आईपीएल मार्च-अप्रैल महीने में शुरू
इसलिए होता हैं –
ताकि लोग गेंहूँ बेचकर
आईपीएल पर सट्टा लगा सकें.
मुझे नहीं पता ऊपर वाले ने
तकदीर में क्या लिखा है,
जब मुस्कुराते है मेरे पापा मुझे देख कर
समझ जाता हूँ कि मेरी तकदीर बुलंद है।