रिमझिम तो है मगर सावन गायब है,बच्चे तो हैं मगर बचपन गायब है..!!क्या हो गयी है तासीर ज़माने की यारोंअपने तो हैं मगर अपनापन गायब है !
गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह,आँखों में जागता है कोई रात की तरह,उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो,वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।
Yaad rahega ye dour- E hayaat humko
Ki tarse the zindgi me zindgi ke liye
लम्हे वो कुछ खास होते है…तू जो मेरे पास होती है…बाहों में तेरा कुछ होता ऐसा एहसास है..डेरी मिल्क और पार्क की जो मिठास है…!
पत्नि मायके से वापिस आयी,,, 😊 😊
पति दरवाजा खोलते हुये जोर जोर से हसने लगा,,,, 😀😀😁😂
पत्नि,,, ऐसे क्यो हसं रहे हो 😯,,!!!!
पति,,,, गुरूजी ने कहा था कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हंसते हुये करो 😐😐😐😐😐😐