बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तसवीरआज फिर भीग बैठे उससे पाने की चाहत में...
जब आती है याद तुम्हारी
तो करके आँखें बंद तुम्हे मिस कर लेते हैं
मुलाकात तो रोज़ हो नही पातीइसलिए ख़यालो में ही किस कर लेते हैं…..
आ गया है फर्क तुम्हारी नजरों में यकीनन…
अब एक खास अंदाज़ से नजर अंदाज़ करते हो हमे…
Dekhi hotho ki hasi zakham na dekhe dil ka,
aap bhi oron ki tarha kha gae dhokha keishe!
Chala jaa re SMS ban ke Gulaab,
Hogi sachi dosti to aayega javab,
Agar naa aaye to mat hona udaas,
Bas samajh lena ki mere liye
waqt nahi tha unke paas.
Happy Rose Day..