लगातार हो रही असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए,कभी कभी गुच्छे की आखरी चाबी ताला खोल देती है.
स्वास्थ ही असली सोना हैं,जो स्वस्थ नहीं उसे जीवन भर रोना हैं.
स्वास्थ ही असली सोना हैं,
जो स्वस्थ नहीं उसे जीवन भर रोना हैं.
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
सफलता ना मिले तो घबराना नही,
रुक कर सोचना तो पाओगे की ,
कुछ कदम चलना अभी शेष है।