हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँशीशे के महल बना रहा हूँ
जिंदगी में कठिनाइयां आयें तो उदास ना होना
क्यूंकि कठिन रोल अच्छे एक्टर को ही दिए जाते हैं!!
खैरात में मिली ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती ग़ालिब,मैं अपने दुखों में रहता हु नवावो की तरह...
इश्क का होना भी लाजमी है शायरी के लिये..कलम लिखती तो दफ्तर का बाबू भी ग़ालिब होता।