इत्तेफाक से तो नहीं,
हम दोनों टकराये
कुछ तो साजिश
खुदा की भी होगी
नहीं ‘मालूम ‘हसरत है या तू मेरी मोहब्बत है,बस इतना जानता हूं कि मुझको तेरी जरूरत है।
उसने कहा चले जाओ
मेरी ज़िन्दगी से,
मेने कहा कौन हो तुम
भाईसाहब!!
वह अपने करम उँगलियों पर गिनते हैं,
पर ज़ुल्म का क्या जिनके कुछ हिसाब नहीं
हम दूर तक यूँ ही नहीं पहुंचे ग़ालिब ,
कुछ लोग कन्धा देने आ गए थे...
इंसान को दूरदर्शन की तरह सरल रहना चाहिए,
न कोई लोभ न कोई मोह.....
उदाहरण स्वरूप .....
ZEE news - BJP 140+ सीटें जीतेगी
NDTV- Congress 150+ सीटे जीतेंगी..
DD news- आईए गोबर से खाद बनाने की विधि समझते है...
😀😜😃😜😃