जिसकी सजा सिर्फ तुम हो
मुझे ऐसा गुनाह करना है
Kitnaa khouf hota hai shaam ke andheroo mein,
Poonch un parindoo se jin ke ghar nahi hote.
Boy:-I Love U
Girl:-Tumne Mere Me Kya Dekh Liya Jo Muje Propse Kar Rhe Ho?
Boy:Sab Kuch Dekhne K Liye Hi To Propose Kar Raha Hu..
वो अपनी ज़िंदगी में हुआ मशरूफ इतना;
वो किस-किस को भूल गया उसे यह भी याद नहीं।
कदम डग मगा गये युही रास्ते से
वरना सम्भलना हम भी जानते थे,
ठोकर लगी तोभी उस पत्थर से
जिसे हम अपना खुदा मानते थे।।